ईशा विद्या ने हाल ही में आन्ध्र प्रदेश के कुछ स्कूलों के साथ मिलकर काम करने की परियोजना का उद्घाटन किया। इस पहल का छात्रों और शिक्षकों दोनों पर ही प्रभाव पड़ेगा।

ईशा विद्या प्रकल्प:

  1. सद्गुरु द्वारा स्थापित ईशा फाउंडेशन स्वयंसेवकों द्वारा चलाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय लाभ रहित संगठन है जो मानव क्षमता को विकसित करने के लिए समर्पित है।
  2. ईशा विद्या ग्रामीण भारत में शिक्षा को रूपांतरित करने के लिए ईशा फाउंडेशन की एक मानवतावादी सेवा परियोजना है। पिछले 9 सालों में शिक्षा और शिक्षक प्रशिक्षण में व्यापक अनुभव के बाद वर्तमान में अपने 9 ग्रामीण स्कूल चला रहे हैं और तमिलनाडु में 56 सरकारी स्कूलों के साथ काम कर रहे हैं – संपूर्ण शिक्षा, योग
  3. तमिलनाडु के सरकारी स्कूलों में 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों में पास होने की दर को बेहतर करने में काफी कामयाबी पाई है। अपने ग्रामीण स्कूलों में दसवीं में 89 फीसदी औसत अंकों के साथ 100 फीसदी नतीजे रहे।
  4. बहुत से गैर सरकारी संगठनों पर विचार करने के बाद आंध्र प्रदेश सरकार ने सुधार की कार्यवाही, अंग्रेजी भाषा पाठ्यक्रम और हैप्पी क्लासरूम ट्रेनिंग में मदद के लिए ईशा शिक्षा को चुना है।
  5. सुधार की कार्यवाही में उन विद्यार्थियों की सहायता की जाती है, जो पिछड़ गए हैं। 1-2 साल के भीतर विद्यार्थियों को मुख्यधारा में लाया जाएगा। यह ऐसे विद्यार्थियों के लिए बहुत बड़ा अवसर है,जिनके भविष्य की संभावनाएं वैसे निराशाजनक है।
  6. हैप्पी क्लासरूम – यह शिक्षकों को सक्षम बनाने का एक साधन है ताकि वे विद्यार्थियों के प्रति अपने नजरिये और कक्षा को संभालने के तरीके में बदलाव ला सकें। इससे वे खुद अपने लिए और विद्यार्थियों के लिए सीखने का अधिक आनंददायक अनुभव उत्पन्न कर सकते हैं।
  7. कराडी पथ मैजिक इंग्लिश – यह अंग्रेजी सीखने का एक आसान तरीका है, जिस तरह बच्चे अपनी मातृभाषा सीखते हैं। अंग्रेजी के माहौल से अंजान बच्चों को एक्शन, संगीत और कहानियों के जरिये एक आसान और मजेदार तरीके से अंग्रेजी सिखाई जाती है।

 

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हैप्पी स्कूल मीटिंग हैप्पी स्कूल मीटिंग

लाभार्थी:

  • कुल प्रभावित बच्चे – 383368
  • प्रशिक्षित शिक्षकों की संख्या – 1957
  • पैदा हुए अतिरिक्त रोजगार – 18

स्कूल:

  • प्राइमरी (356 स्कूल)
  • अपर प्राइमरी (30 स्कूल)
  • हाई स्कूल (63 स्कूल)
  • आवासीय स्कूल (11 स्कूल)

नतीजे:

  • कराडीपथ मैजिक इंग्लिश प्रोग्राम: अपर प्राइमरी, हाई स्कूल और आवासीय स्कूलों के विद्यार्थी 2 साल के भीतर अंग्रेजी बोलने, बढ़ने और समझने में दक्षता हासिल करेंगे। अं‍ग्रेजी पढ़ने, बोलने, सुनने और समझने में लाभान्वित बच्चों की कुल संख्या 21516 होगी।
  • अपर प्राइमरी के 3213 विद्यार्थी अंग्रेजी पढ़, सुन, बोल और समझ सकेंगे।
  • हाई स्कूल के 15318 विद्यार्थियों को अंग्रेजी पढ़ने, सुनने, बोलने और समझने में लाभ होगा।
  • आवासीय स्कूलों के 2985 विद्यार्थियों को अंग्रेजी पढ़ने, सुनने, बोलने और समझने में लाभ होगा।
  • शिक्षकों के लिए हैप्पी क्लासरूम ट्रेनिंग कप्पम निर्वाचन क्षेत्र के 460 स्कूलों के सभी 1957 शिक्षकों को प्रभावित करेगा। यह कार्यक्रम विद्यार्थी केंद्रित शिक्षण पद्धतियों के जरिये और शिक्षकों को प्रेरित करते हुए इन स्कूलों के सभी 38368 विद्यार्थियों को लाभ पहुंचाएगा।
  • 356 प्राइमरी स्कूलों में 16852 विद्या‍र्थी और 876 शिक्षक प्रभावित होंगे।
  • 30 अपर प्राइमरी स्कूलों में 3213 विद्यार्थियों और 204 शिक्षकों को लाभ पहुंचेगा।
  • 63 हाई स्कूलों में, 15318 विद्यार्थी और 811 शिक्षक लाभान्वित होंगे।
  • 11 आवासीय स्कूलों में 2985 विद्यार्थियों और 66 शिक्षकों को लाभ मिलेगा।
  • तेलुगु, गणित और अंग्रेजी के लिए सुधार पाठ्यक्रम से 9795 विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा। इन विद्यार्थियों को सुधार की कार्यवाही के 1 से 2 सालों के भीतर मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा।
  • गणित, तेलुगु और अंगेजी में प्रीटेस्ट
  • गणित, तेलुगु और अंगेजी में मदद और मासिक इम्तिहान
  • मुख्यधारा में लाने के लिए पोस्ट टेस्ट

दूसरे नतीजे:

  • प्राइमरी, अपर प्राइमरी और हाईस्कूलों में शिक्षा के नतीजे बेहतर हुए हैं।
  • सुधारे गए विद्यार्थियों को तेजी से मुख्यधारा में लाया जा रहा है।
  • विद्यार्थियों की उपस्थिति को बढ़ाना और सीखने में उनकी दिलचस्पी बढ़ी है।
  • सभी शिक्षकों को सिखाए गए सरल योगासनों से तनाव कम हुआ है और दूसरे स्वास्थ्य लाभ मिले हैं।

प्रयासों का ब्यौरा

  1. हैप्पी क्लासरूम प्रेरणादायी प्रशिक्षण
  • खुद तय किए गए लक्ष्यों और रास्तों में मार्गदर्शन के साथ प्रेरित करना।
  • विद्यार्थियों की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी के साथ कक्षा को संभालना।
  • विद्यार्थियों पर केंद्रित पढ़ाने के तरीके।
  • बहुस्तरीय कक्षाओं में शिक्षा को सुधारने के लिए विधियां।
  • योग
  1. सुधार की कार्यवाही
  • बच्चों में सुधार की कार्यवाही की जरूरत को समझना और सुधार की जरूरत वाले बच्चों के प्रति सहानुभूति रखना।
  • सुधार की जरूरतों को पहचानने के लिए मूल्यांकन।
  • सुधार के प्रयासों के लिए प्रक्रियाएं और साधन।
  1. अंग्रेजी में दक्षता
  • विद्यार्थियों को अंग्रेजी समझने, बोलने और पढ़ने में दक्ष बनाने के लिए कराडी पथ – मैजिक इंग्लिश पद्धति। प्रशिक्षण प्रक्रियाएं और साधन।
  • शिक्षक की अंग्रेजी में कुशलता को और बेहतर बनाने की प्रक्रियाएं और स्कूल में अंग्रेजी के इस्तेमाल का माहौल बनाना।
  1. प्रशिक्षण और लगातार समर्थन
  • प्राइमरी के लिए: वर्ष में कुल 3 से 7 दिनों का प्रशिक्षण
  • सभी शिक्षकों के लिए 3 दिनों की शुरुआती हैप्पी क्लासरूम ट्रेनिंग।
  • कक्षा 3 से 5 तक के लिए सुधार कक्षाएं लेने वाले शिक्षकों के लिए 4 दिनों का प्रशिक्षण।
  • ट्रेनिंग के बाद ट्रेनिंग प्राप्त करने वाले लोग हर महीने क्लस्टर बैठकों में शिक्षकों के समूह के साथ बैठक करेंगे जिसमें प्रगति की समीक्षा की जाएगी, मुद्दों को सुलझाया जाएगा, प्रशिक्षण को मजबूती मिलेगी और यह देखा जाएगा कि कार्यक्रम किस हद तक लागू हो पाया है।

पायलट परियोजना की समयसीमा

पहला चरण – अगस्त 2015 से अप्रैल 2016। 3 सालों के लिए बढ़ाया जाना है।