सद्गुरु - एक लेखक के रूप में
8 अलग-अलग भाषाओं में 100 से अधिक पुस्तकों के लेखक सद्गुरु ने भाषा को आत्मज्ञान के एक साधन में रूपांतरित कर दिया,जो इंसान और विशाल ब्रह्मांड की गहन जटिलताओं को उजागर करता है।
ArticleNov 2, 2017
सद्गुरु भाषा को ऐसे साधन की तरह प्रयोग में लाते हैं जो आत्म-बोध की ओर ले जाती है। उनकी यही ख़ूबी इंसान और विशाल ब्रह्माण्ड की गहरी जटिलताओं को सामने लाने में क़ामयाब रही है। उनकी क़िताबों और डी.वी.डी. की मदद से जीवन को रूपांतरित कर देने वाले दृष्टिकोण और अस्तित्व को उसके असली रूपों में पाया जा सकता है। जो व्यक्ति सद्गुरु की प्रज्ञा को निरंतर अपनी दैनिक चर्या में पाने का उत्साह रखते हैं वे मिस्टिक कोट्स, ईशा ब्लॉग तथा साप्ताहिक सद्गुरु स्पॉट से जुड़ सकते हैं।