आप अपनी जिन्दगी के किसी भी क्षेत्र में कितने कामयाब हैं, यह मुख्य रूप से सिर्फ इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपने शरीर और अपने दिमाग को कितना काम में ला सकते हैं। और खेल उसकी एक सीधी अभिव्यक्ति है।

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आप अपनी जिन्दगी के किसी भी क्षेत्र में कितने कामयाब हैं, यह मुख्य रूप से सिर्फ इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपने शरीर और अपने दिमाग को कितना काम में ला सकते हैं। और खेल उसकी एक सीधी अभिव्यक्ति है।
मुख्य रूप से खेल की विशेषता यह होती है कि आप खुद को उसमें झोंक देते हैं। मैंने अपनी पूरी जिन्दगी, अपने जीवन के हर पहलू को इसी तरह खेला है। मैं किसी भी चीज के लिए तैयार रहता हूं।

मेरे लिए खेल का मतलब है अपने शरीर और दिमाग को बहुत ही बेहतरीन और सूक्ष्म तरीके से इस्तेमाल करना। अगर आप फ्रिस्बी को ठीक से फेंकना चाहते हैं, तो उसमें भी काफी विज्ञान समाया हुआ है। लोग भले ही संयोग से कभी-कभार उसे सही फेंक सकते हैं, लेकिन बात वह नहीं है। हर बार उसे वैसे फेंकना जैसा आप चाह रहे हों, इसके लिए बहुत कुछ करने की जरूरत होती है। गोल्फ के बारे में भी मुझे यही अच्छा लगता है। उस छोटी सी गेंद को सही जगह में डालने के लिए दिमाग और शरीर को काफी संतुलित और एकाग्र करना पड़ता है। आप अपनी जिन्दगी के किसी भी क्षेत्र में कितने कामयाब हैं, यह मुख्य रूप से सिर्फ इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपने शरीर और अपने दिमाग को कितना काम में ला सकते हैं। और खेल उसकी एक सीधी अभिव्यक्ति है।

मुझे हमेशा अपने शरीर और मन को बहुत गहन और सूक्ष्म तरीके से इस्तेमाल करना पसंद रहा है। जरा देखिए, जब बाईस लोग फुटबॉल का खेल खेल रहे होते हैं, तो दुनिया भर के अरबों लोग उत्तेजित हो जाते हैं। क्या ऐसा कहीं और हो सकता है? अगर आप मनोरंजन के दूसरे साधनों को देखें, सिनेमा को ही ले लीजिए, लोग सिनेमा में हर तरह की चीजें डालते हैं लेकिन फिर भी वह आधे लोगों को भी उत्साहित नहीं करता। लेकिन फुटबॉल जैसा खेल दुनिया के करोड़ों लोग को जोश और उत्तेजना से भर देता है, लोग पागल हो जाते हैं और इसकी वजह है इस खेल में खिलाड़ियों की जबरदस्त तीव्रता और उनकी भागीदारी। भागीदारी के बिना कोई खेल नहीं खेला जा सकता। चाहे वह किसी तरह का खेल हो, आप आधे मन से उसे नहीं खेल सकते। यह उसकी सबसे अच्छी बात है। आप अपने काम पर आधे मन से जा सकते हैं, आप अपनी शादी को भी आधे मन से निभा सकते हैं, लेकिन आप खेल को कभी आधे मन से नहीं खेल सकते। आप खुद को उसमें झोंक दें, वरना कोई खेल नहीं होगा, वह एक यातना होगी।

एक कामयाब जिन्दगी के लिए जरूरी है कि आपमें अपने काम से जुड़ने की अद्भुत भावना हो, उसके लिए जरूरी फोकस हो और अपनी क्षमताओं को खींच कर अपनी सीमाओं से भी आगे ले जाने का जुनून हो।
भागीदारी या जुड़ाव आपके जीवन की कुंजी है। चाहे आपके जीवन का कोई भी‍ हिस्सा हो, अगर आप खुद को उसमें शामिल करना नहीं जानते, तो आपके लिए वहां कोई जिन्दगी नहीं है। चाहे आपका परिवार हो या शादी या जो कुछ भी, अगर आप उसके साथ गहराई से जुड़े हुए हैं, तो वह एक अद्भुत जगह है, वरना वह नर्क है। खेल आपकी जिन्दगी में यही चीज लाता है – आप जो भी करते हैं, उसमें पूरी भागीदारी। एक कामयाब जिन्दगी के लिए जरूरी है कि आपमें अपने काम से जुड़ने की अद्भुत भावना हो, उसके लिए जरूरी फोकस हो और अपनी क्षमताओं को खींच कर अपनी सीमाओं से भी आगे ले जाने का जुनून हो।

अंग्रेजी की इस उक्ति ‘आर यू गेम’ का मतलब यही है कि ‘क्या आप जीवन के लिए तैयार हैं?’ कोई खेल खेलना या खेलों में होना शारीरिक और मानसिक दोनों रूपों में एक स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक है। मैं यहां तक कहना चाहूंगा कि आध्यात्मिक प्रक्रिया के लिए भी यह महत्वपूर्ण है कि हम जानें कि कोई खेल कैसे खेला जाता है।