ध्यानलिंग प्रतिष्ठा के बीस साल
बहुत से आत्मज्ञानियों का सपना, “ध्यानलिंग” एक अपार ऊर्जा का रूप है, जिसकी प्राण-प्रतिष्ठा सदगुरु ने 24 जून 1999 को की थी। आईये, ध्यानलिंग के 20 वर्षों पर एक दृष्टि डालें।
ध्यानलिंग प्रतिष्ठा की 20वीं वर्षगाँठ के उत्सव का विडियो देखिये
बहुत से आत्मज्ञानियों का सपना, ध्यानलिंग एक अपार ऊर्जा का रूप है। कई पीढ़ियों से, उच्चतम योग्यता वाले योगी इस सर्वाधिक विकसित जीव को भौतिक रूप देने का प्रयास करते रहे हैं। कई वर्षों की तीव्र प्राण-प्रतिष्ठा प्रक्रिया के बाद, सदगुरु ने परम मुक्ति के द्वार, ध्यानलिंग को प्रतिष्ठित किया।
ध्यानलिंग क्यों?
सद्गुरु: आप ने आधुनिक विज्ञान की सुविधाओं और उनकी खुशी को जाना है, तो फिर ध्यानलिंग क्यों? इसलिये क्योंकि मैं चाहता हूँ कि आप एक अलग तरह के विज्ञान, भीतरी विज्ञान या यौगिक विज्ञान की शक्ति और मुक्ति को जानें, जिससे आप अपने भाग्य के मालिक खुद बन सकें। ध्यानलिंग इसीलिये है।
ध्यानलिंग के 20 वर्षों पर दृष्टि डालिये.....
2018
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